हिमालय की छाँव से जो सुसज्जित है
गंगा के जलकणो से जहां की धरती अभिसंचित है
विद्या की साधना जहां दिव्य चेतना से संरक्षित है
वो है मेरा भारत।
जीवन मूल्य देव संस्कृति के ॠषियों द्वारा स्थापित है
मनीषियों की विचारधारा परम्पराओं में निहित है
मनुष्य में आज भी जहां देवत्व सुशोभित है
वो है मेरा भारत।
हर जीवनधारा जहां की आध्यात्म से प्रेरित है
है वो पावन देवभूमि जहां देश जननी से संबोधित है
मनुष्य में आशा की किरण जहां संघर्ष के क्षण में भी संचालित है
वो है मेरा भारत।
भक्ति की अविरल धारा जन-जन में प्रवाहित है
प्रार्थना का देवमय स्वर जहां कण-कण में अनुनादित है
हर प्राणी पतंगे सा जहां मातृभूमि की लौ में समर्पित है
वो है मेरा भारत।
-आस्था गंगवार ©
भारत की विशेषताओं को अत्यंत सुन्दर चयनित शब्दों में व्यक्त करना
सुंदरता की पराकाष्ठा
बहुत अच्छे
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धन्यवाद 😊
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अति सुन्दर
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धन्यवाद 😊
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