जब भी ठोकर देती है जिन्दगी,
मैं एक पल को हताश हो जाती हूँ।
सारी सकारात्मकता भूलकर,
नकारात्मकता के चंगुल में फंस जाती हूँ।
फिर कुछ क्षण तक बुरे लम्हे याद आते हैं,
लेकिन खुद को समझाकर संभल जाती हूँ।
कहती हूँ स्वयं से जीवन की परीक्षाएं है ये,
और हर बार मुसीबतों से ऐसे ही बाहर आ जाती हूँ।
-आस्था गंगवार ©
Isi kaa naam jindagi……bahut khub.
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Nice
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बिलकुल मायूस कभी नहीं होना चाहिए !
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amazing and commendable piece of art. Keep writing.
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Thank you very much
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