कहते हैं कविता में
लय होनी चाहिए
अब लय ढूंढकर
किसी कोने में जाकर
प्रकृति के रमणीक
नजारों में खोकर
लिखती हूँ जब कभी
लय तो अक्सर
मुझमें से कहीं आकर
बन ही जाती है
मगर न जाने क्यों
अफसोस रह जाता है
उन अधूरे जज्बातो का
जो लय ढूंढने की धुन में
किसी वीराने में ढ़ह गये
अब सोचती हूँ
एक बार लय न बनेगी
तब कुछ न बिगड़ेगा
मगर जज्बात खो गये
तो उन गुम जज्बातो की तरह
मेरी कविता भी गुमनाम
अधूरी रह जायेगी।
-आस्था गंगवार ©
एक बार लय न बनेगी
तब कुछ न बिगड़ेगा
मगर जज्बात खो गये
तो उन गुम जज्बातो की तरह
मेरी कविता भी गुमनाम ___बिल्कुल सच और सही लिखा है।
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धन्यवाद 😊
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Shi kha…. Shaandar
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धन्यवाद 😊
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Kya baat Hai !
Rhyming matter Ni krti , emotions matter krte Hai aur apne ISS Kavita Mei ek alag jaan foonk di Hai
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Bahut bahut sukriya….
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🙏🙏
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आपने अपनी भावनाअों को बङे सुंदर शब्दों में व्यक्त किया है।
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धन्यवाद 🙏
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😊😊
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👌👍💐
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बजा फ़रमाया आपने। शत प्रतिशत सहमत !!!
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धन्यवाद… बस जो महसूस किया वो उतार दिया कागज पर
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