नहीं ढूंढा तुम्हें चिराग लेके,
कुछ तो मेरी दुआओ का असर था।
मेरी खुशी में जिये मेरा हमसफर,
यही एक सपना पल पल बुना था।
मुकम्मल ख्वाब तुमको पाकर हुआ,
मेरा खुदा मुझपे कितना मेहरबान है।
भुला दिये बीते कल के साये,
तुमको ही अब अपनी खुशी चुना है।
-आस्था गंगवार ©
Nyc 👍👌👌💐
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Good one!!!
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Very beautifully potrayed…..👌👌
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Thank you so much
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Nice
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Thank you
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Nice
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Thanks
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