रात ढलने से उजाले मिटा नहीं करते
असफलताओ से योद्धा डरा नहीं करते
जो करते है भरोसा खुद की मेहनत पर
वो किस्मत के सहारे जिया नहीं करते।
दिन की रोशनी में चाँद तारे मिटा नहीं करते
सच के आगे झूठ के परदे ज्यादा देर टिका नहीं करते
जिनके ह्दय में लहराता हो देशप्रेम का ध्वज
वो सिपाही जुल्म के आगे कभी झुका नहीं करते।
पतझङ आने से फूलो के के अस्तित्व मिटा नहीं करते
झुकने वाले पेङ तूफानो में भी टूटा नहीं करते
जो शूरवीर पत्थर काटने का हुनर रखते है
वो राह में बाधा आने से रूका नहीं करते।
बादलो की चादर पङने से सूर्य चन्द्र मिटा नहीं करते
दर्द का कोहरा छाने से खुशी के पल छँटा नहीं करते
लहराना सीख ले जिनकी लौ आँधियो की धुन पर
वो चिराग हवा के झोंको से बुझा नहीं करते।
महान बन जाने से आलोचक मिटा नहीं करते
लक्ष्य निश्चित हो जब पथरीली राहो से मुख मोङा नहीं करते
प्रण लिया हो जिसने सदा नेक राह पर चलने का
वो राही उस पथ पर चलने से थका नहीं करते।
-आस्था गंगवार ©
बहुत अच्छे ! जरूरत है ऐसी प्रेरणादायक कविताओं की
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धन्यवाद 😊
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बहुत धन्यवाद आपका
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बेहद उम्दा सृजन है
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अति सुन्दर
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धन्यवाद गायत्री जी 😊
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प्रेरणादायक
अद्भुत
लाजवाब
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धन्यवाद आपका 😊
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बहुत खूब
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👍👍👌👌👌👌👌👌👌👌
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