जिन्दगी लगती है पहले से अलग
साँसे चलती है कुछ ज्यादा
धङकता है दिल हद से ज्यादा
जब तुम मिलते हो।
हवाओ में लगती है बात पहले से अलग
समां भी होता है हसीन कुछ ज्यादा
फिजा होती है रंगीन हद से ज्यादा
जब तुम मिलते हो।
लबो पर होती है मुस्कुराहटे पहले से अलग
चेहरे पर झलकता है नूर कुछ ज्यादा
हो जाते है उस पल आम से खास हद से ज्यादा
जब तुम मिलते हो।
अधरो पर होती है खामोशी कुछ अलग
नयन बोलते है उस पल कुछ ज्यादा
पढते है इशारे हद से ज्यादा
जब तुम मिलते हो।
-आस्था गंगवार
I so like this actress intense performance. 😄
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This poem is a pleasure to read.
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Har ek word me emotion hota h…har ek line me meaning hoti h…jab tum likhte ho……..nicely penned ;D
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Thank u
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Reblogged this on poem by heart.
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UTTAM BAHUT UTTAM POEM
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धन्यवाद
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Nice
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सुंदर बहुत सुंदर
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So beautifully written!
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Thanks for reading
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Welcome 🙂
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