हर पल मुझे बस तेरा ख्याल आता है
दिल नहीं सुनता मेरी तेरी यादो में खो जाता है
बीते लम्हो को सामने लाकर बार बार दोहराता है
मैं मुस्कुराती हूँ फिर दिल तेरा दीवाना हो जाता है
इश्क में कमली हो गयी हूँ हर जगह तू ही नजर आता है
पढती हूँ किताबो को चेहरा तेरा सामने आ जाता है
याद करती हूँ वो पल जब तू हाल ए दिल सुनाता है
मैं मुस्कुराती हूँ फिर दिल तेरा दीवाना हो जाता है
तेरा साथ न होना अक्सर मुझे उदास कर जाता है
मुझे समझाकर हमेशा मेरा हमदर्द बन जाता है
तेरी इन्ही बातो पर मुझे बेेशुमार प्यार आता है
मैं मुस्कुराती हूँ फिर दिल तेरा दीवाना हो जाता है
रातो को जब तू मुझे दिल की धङकन सुनाता है
मेरा दिल तेरे दिल तक खिंचा चला आता है
मुझपे फिर तू अपने प्यार का हक जताता है
मैं मुस्कुराती हूँ फिर दिल तेरा दीवाना हो जाता है
मेरी मुस्कुराहट को अपनी जिन्दगी बताता है
अपनी चाहतो को मुझपे लुटा जाता है
दुआ में रब से मेरी खुशियां मांग आता है
मैं मुस्कुराती हूँ फिर दिल तेरा दीवाना हो जाता है
नाराजगी में अपनी आँखों में अश्क ले आता है
मेरी मोहब्बत में मुझसे शिकायत भी नहीं कर पाता है
मेरी नादानियों को अकेले सहकर दिल का हाल न बताता है
मैं मुस्कुराती हूँ फिर दिल तेरा दीवाना हो जाता है।
-आस्था गंगवार
lovely poem astha……………..
पसंद करेंपसंद करें
Thank you
पसंद करेंपसंद करें
ख़ूबसूरत कविता आस्था , सुन्दर abhivyakti
पसंद करेंपसंद करें
Thank you so much
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
हर पल तेरी याद ह्रदय को क्यों आ कर तडपाती है,
हर पल तुझसे मिलने की क्यों आस जगाया करती है,
दिन तन्हा गुज़रता है और रात रुलाया करती है ,
दुनिया इसको मेरा तुझसे प्यार बताया करती है !!
सुंदर कविता,
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
Reblogged this on poem by heart.
पसंद करेंपसंद करें
mst
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति