तू ही मेरा रहबर तू ही तो सुकून है
तू ही मेरे जीने की एक आरजू है
मै भी हूँ मुकम्मल साथ जो तू है
तू भी है मुकम्मल तूने पाया मुझको जो है
तू ही मेरी शाम तू ही तो सुबह है
तू ही मेरे जीने की एक वजह है
तू ही मेरा रहबर तू ही तो सुकून है
तू ही मेरे जीने की एक आरजू है
तू ही मेरा मौला तू ही तो जुनून है
तू ही मेरे मुस्कुराने की कङी है
मैं भी हुई पूरी पहले थी अधूरी
साथ तेरा रहे अब तो हर पल यही दुआ है
तू ही मेरा रब है तू ही जिन्दगी है
तू ही मेरे ख्वाबो की बंदगी है
तू ही मेरा रहबर तू ही तो सुकून है
तू ही मेरे जीने की एक आरजू है।
-आस्था गंगवार
Tu hi mera rahbar tu hi to sukun h
Tu hi mere jeene ki ek arzu h
Mai b hu mukammal sath jo tu h
Tu b h mukammal tune paya mujhko jo h
Tu hi meri sham tu hi to subh h
Tu hi mere jeene ki ek wajah h
Tu hi mera rahbar tu hi to sukun h
Tu hi mere jeene ki ek arzu h
Tu hi mera maula tu hi to junun h
Tu hi mere muskurane ki kadi h
Mai b hui puri phle thi adhuri
Sath tera rhe ab to har Pal yhi dua h
Tu hi mera rab h tu hi zindagi h
Tu hi mere khwabo ki bandagi h
Tu hi mera rahbar tu hi to sukun h
Tu hi mere jeene ki ek arzu h.
-Astha gangwar
good one
पसंद करेंपसंद करें
वाह वाह बहुत खूब ज़ज़्बातों से परिपूर्ण रचना भाई वाह आस्था जी
पसंद करेंLiked by 1 व्यक्ति
Thank you
पसंद करेंपसंद करें